मुकेश ने नौकरी छोड़ पावर लिफ्रिटंग से हासिल किया मुकाम

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अमित गुम्बर
लालपुर। पावर लिफ्रिटंग में 2 बार वर्ल्ड चैंिम्पयन रह चुके गोल्ड मैडेलिस्ट मुकेश सिंह गहलोत द्वारिका दिल्ली के गांव ककरौली के एक छोटे से किसान परिवार में जन्म लिया और अपनी मेहनत और परिश्रम से अपने परिवार और देश का नाम रोशन किया। गहलोत ने 4 बार मिस्टर इंडिया बनने का नेशनल रिकॉर्ड बनाया। यही नहीं 2013 व 2016 में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए 125 किग्रा0 रॉ कैटेगरी में स्वर्ण पदक भी हासिल किया है। उन्होंने साउथ एशिया में स्वर्ण, पावर प्रो ओलम्पिया पावर लिफ्रिटंग में गोल्ड हासिल किया। साथ ही बेस्ट लिस्टर ऑफ यूरोप का खिताब हासिल किया। गहलोत के अपने गुरू भूपेन्द्र धवन के साथ पूरे भारत में लगभग 180 जिम संचालित हैं। विभिन्न कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीत चुके गहलौत से हमारे संवाद दाता अमित गुम्बरने खास बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के कुछ अंशः-
सवाल-पावर लिफ्रिटंग का शौक कैसे और कब से हुआ ?
मुझे बचपन से ही स्पोर्टस में भाग लेना, खेलना-कूदना और शारीरिक रूप से सुदृढ़ रहने का शौक रहा है । किसान परिवार से होने के कारण अपनी पिता की कड़ी मेहनत से प्रभावित आ जबकि परिवार का सपना मुझे मैकेनिकल इंजीनियर बनाने का रहा । हालांकि मैंने परिवार का सपना पूरा भी किया पावर लिफ्रिटंग के प्रति दीवानगी के कारण मैंने 1997 में नौकरी छोड़ अपना सारा ध्यान पावर लिफ्रिटंग पर केन्द्रित कर दिया। परिवार की नाराजगी का भी सामना किया किन्तु हार नहीं मानी।
सवाल-पावर लिफ्रिटंग का प्रशिक्षण कहां से लिया ?
दिल्ली स्थित द्रोणाचार्य द जिम में ज्वाइंनिंग की जहॉं पर भूपेन्द्र धवन के रूप में मुझे गुरू मिले जिन्होंने कई राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को निखारा । उन्हीं के आशीर्वाद से आज मैं इस मुकाम तक पहुंचा हूँ ।
सवाल-पावर लिफ्रिटंग में आज के युवाओं का भविष्य क्या है ?
पावर लिफ्रिटंग में सुनहरा भविष्य है। आपको देश दुनिया में पहचान मिलती है साथ ही आप इससे जुड़कर अपना स्वयं का व्यवसाय भी कर सकते हैं । शरीर के साथ-साथ आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने में भी इसका अपना योगदान रहता है ।
सवाल-सरकार का कितना सहयोग मिलता है ?
जहां तक बात वेट लिफ्रिटंग की है तो ओलम्पिक में जाने वाले खिलाड़ियों को सरकार का पूरा सहयोग मिलता है लेकिन पावर लिफ्रिटंग और बॉडी बिल्डिंग में अभी तक सरकार द्वारा तो सहयोग नहीं मिलता है लेकिन जैसे- जैसे इसका क्रेज बढ़ता जायेगा सरकारें सहयोग करना शुरू कर देंगी इसकी पूरी आशा है।
सवाल-अच्छे स्वास्थ्य के लिए खान पान के लिए क्या संदेश देंगे?
अच्छी सेहत के लिए मीठा कम से कम प्रयोग में लाना चाहिए । खासकर बाजार में बिकने वाले जंक फूड नहीं लेना चाहिए। फल, दूध दही व घर के भोजन से स्वास्थ्य अच्छा रहता है । सवाल-भविष्य में कोई लक्ष्य जो आप हासिल करना चाहते हैं ?
मैंने वर्तमान में सभी वर्गों में स्वर्ण पदक हासिल किया है । गत वर्ष मैंने 800 किग्रा0 में स्वर्ण पदक जीता जबकि मेरा अगला लक्ष्य 1000 किग्रा0 में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना है जो कि मैं अपनी मेहनत से बनाकर रहूंगा ।
सवाल- देश के युवाओं के लिए संदेश?
आज देश का युवा अपने शरीर की ओर ध्यान नहीं दे रहा है क्योंकि उन्हें नशे की लत लगती जा रही है । युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए और अपने स्वास्थ्य एवं शरीर की ओर ध्यान देना चाहिए। आप देखेंगे कि देश के प्रधानमंत्री ने भी शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योगा दिवस मनाया जो आज पूरे विश्व में मनाया जाता है । शरीर स्वस्थ रहेगा तो देश सुरक्षित रहेगा ।एक समय में पंजाब से हजारों युवा स्पोर्टस में जाकर अपना नाम व शोहरत कमाते थे लेकिन नशे ने उन्हें चंगुल में फंसा रखा है। मैं ऐसे युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह दूंगा ।

कालेज में छात्र को लाठी डंडो से पीटा
रूद्रपुर। महाविद्यालय गये छात्र से बाहरी युवकों ने मारपीट कर उसे घायल कर दिया। पीड़ित ने मामले की तहरीर पुलिस को दे दी है। पुलिस को दी गयी तहरीर में शिवनगर ट्रांजिट कैंप निवासी प्रेम विश्वास पुत्र स्व- सत्यदेव ने बताया कि गत दिवस वह सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महा विद्यालय पहुंचा था तभी कुछ बाहरी छात्रें ने लाठी डंडों से उस पर हमला कर दिया और विरोध जताने पर मारने की धमकी दी। प्रेम ने तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।

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