सुशीला तिवाड़ी अस्पताल में चार नवजात शिशुओं की मौत
हल्द्वानी। सुशीला तिवाड़ी अस्पताल में 24 घंटे के भीतर चार नवजात शिशुओं की मौत से आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। उन्होंने अस्पताल के चिकित्सकों की लापरवाही से बच्चों की मौत होने का आरोप लगाया है। वहीं अब तक अस्पताल प्रशासन इस मामले में चुप है। मायूस परिजन अब बच्चों के शवों को लेकर लौटने लगे हैं। कोटाबाग निवासी महेश कांडपाल, ऽटीमा निवासी संजय सिंह और हल्दूचौड़ निवासी भुवन सिंह अपनी पत्नी का प्रसव करने अस्पताल में पहुचे थे। सुरक्षित प्रसव के बावजूद एक-एक कर चार बच्चों की मौत हो गई। इससे आक्रोशित परिवार के लोगों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टर्स डयूटी करने बजाय रात भर सोते रहते हैं। जब बच्चों की मौत हुई तब भी कोई डॉक्टर वार्ड में मौजूद नहीं था। डॉक्टर को बुलाने के लिए कहने पर उल्टा उनको धमकियां दी गयी। तीन मृत शिशुओं के परिजन अस्पताल प्रशासन के िऽलाफ जमकर बोले, जबकि एक शिशु के परिजन ऽुलकर नहीं बोल रहे हैं। उनका आरोप था कि मृत बच्चों को कूड़ेदान में डाल दिया गया था। वहीं अब परिजन शिशुओं के शवों को लेकर अस्पताल से जाने लगे हैं। शिशुओं की लगातार मौत से अन्य बच्चों के परिजनों में भी दहशत बनी हुई है।