ऊधमसिंहनगर में कबूतरबाजों के हौंसले बुलन्द
आरोपियों पर शिकंजा कसने में पुहलस नाकाम,आये दिन ठगी का शिकार हो रहे हैं लोग
रुद्रपुर। क्षेत्र में कबूतरबाजी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। लेकिन पुलिस इन कबूतरबाजों पर नकेल कसने में नाकाम साबित हो रही है जिससे कबूतरबाजों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और वे आयेदिन विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी कर रहे हैं। लेकिन पीड़ित की सुनवाई न होने से ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पिछले कुछ माह में ही कबूतरबाजी की कई घटनाये सामने आ चुकी है। पुलिस ने दबाब में इन घटनाओं की रपट दर्ज तो कर ली है लेकिन एक-दो मामले को छोड़कर पुलिस ने अभी तक किसी में कोई गिरफ्रतारी नही की है यही नही कई मामलों में तो चार्जशीट भी दाखिल नही की गई है। कबूतरबाजी का मामला एक-दो लाख का न बल्कि यह मामला लाखों रूपए का होता है ऐसे में पीड़ित पक्ष बर्बादी के कगार पर पहुंच जाता है लेकिन यदि पुलिस इस मामले में कड़ी कार्रवाई करे तो आने वाले समय में ऐसी घटनाएं कम हो सकती हैं। बेहतर भविष्य व सफल रोजगार की तलाश में क्षेत्र के ऐसे कई लोग हैं जो विदेशों में अपना भविष्य तलाशना चाहते हैं। वहां काम कर कुछ ही समय में व्यक्ति लाखों रूपए अर्जित करने का सपना देखता है। ऐसे में युवा विदेश में अपना भविष्य बेहतर मानते हैं और उसकी तलाश में ऐसे गिरोह के जाल में फंस जाते हैं जो विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करते हैं। पासपोर्ट, वीजा व अन्य जरूरी कागजात तथा विदेश में नौकरी का आश्वासन देने के नाम पर युवाओं से लाखों रूपए ऐंठ लिये जाते हैं। लम्बी प्रक्रिया का हवाला देते हुए पीड़ित को टाल मटोल किया जाता है। और जब कई माह बीत जाते हैं और लाखों की धनराशि गंवाने के बाद सिर्फ निराशा मिलती है तो पीड़ित मजबूरन पुलिस की शरण लेता है लेकिन पुलिस भी कबूतरबाजी के मामले को गंभीरता से नहीं लेती और पीड़ित को दर दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं। लाखों रूपए गंवाने के बाद भी उसके सुनहरे भविष्य की आस लगभग समाप्त हो जाती है। गत दिवस भी भूरारानी निवासी ललित खत्री ने भी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था कि विदेश भेजने और नौकरी दिलाने के नाम पर एक दम्पत्ति ने उससे 20 लाख रूपए ऐंठ लिये। हालांकि पुलिस ने मामला दर्ज कर एक कबूतरबाज को गिरफ्रतार कर लिया लेकिन शहर में ऐसे कई कबूतरबाज हैं जो आज भी पुलिस की गिरफ्रत से दूर हैं। लगभग तीन-चार माह पूर्व भी कबूतरबाजी का ऐसा ही मामला सामने आया था। दर दर भटकने के बाद भी आज तक पीड़ित को न्याय नहीं मिला।
एसएसपी के आदेश भी दरकिनार करते हैं अधीनस्थ
दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर भुक्तभोगी,नहीं हो रही कोई कार्रवाई
रूद्रपुर। कबूतरबाजी के मामले में अधीनस्थ एसएसपी के भी आदेशों को दरकिनार कर देते हैं जिसके चलते पीड़ित को न्याय नहीं मिल पाता और आरोपी अन्य लोगों को ओर शिकार बना लेते है। ऐसे कई मामले सामने आये हैं कि जब संबंधित चौकी व थाने में कबूतरबाजी की घटना के बाद पीड़ितों ने अपनी वहां गुहार लगाई लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई। ऐसा ही एक मामला शिवनगर निवासी का था। उससे कबूतरबाजों ने विदेश भेजे जाने के नाम पर 7लाख 30 हजार रूपये ठग लिये। उसने आदर्श कालोनी चौकी में अपनी गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। थक-हारकर मजबूरन उसने एसएसपी कार्यालय में गुहार लगायी तो एसएसपी डा- सदानन्द दाते ने इस मामले को गंभीर मानते हुए आदर्शकालोनी चौकी प्रभारी ओम प्रकाश को इसकी जांच सौंपी और सम्बन्धित कार्रवाई करने के निर्देश दिये। एसएसपी के सख्त रवैय्ये के चलते पुलिस को उसकी रपट दर्ज करनी पड़ी। दर्ज रपर्ट में शिवनगर वार्ड नं- 2 रूद्रपुर निवासी सुमन मजूमदार पुत्र सुदास मजूमदार ने कहा कि सितारगंज निवासी सुखवंत सिंह, अलखदेवी, गदरपुर निवासीं दर्शन सिंह मक्कड़ ने विदेश भेजे जाने के नाम पर उससेे 7लाख 30हजार रूपए लिये थे। लेकिन अभी तक उक्त व्यक्ति ने उसको विदेश नहीं भेजा और पैसे मांगने पर धमकी देता है। यही नहीं उक्त व्यक्ति ने कई लोगों से विदेश भेजने के नाम पर ठगी की है। रपट दर्ज होने के बाद भी उक्त लोगों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने रपट तो दर्ज कर ली लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नही की। पुलिस की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध सुमन मजूमदार पुनः एसएसपी के पास पहुंचा। एसएसपी ने उसकी हालत देख अधीनस्थों को तत्काल इस पर कदम उठाने के निर्देश दिये। लेकिन आवास विकास चौकी प्रभारी और कोतवाल के कानों में जूं तक नही रेंगी और आरोपी खुलेआम घूम रहे है और भुक्तभोगी दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है। मजे की बात यह है कि एसएसपी तक मामला पहुंच जाने के बावजूद भी उनके अधीनस्थ इस पर आंखे मूंद कर बैठे है। पुलिस की इस कार्यप्रणाली से कबूतरबाजी के नाम पर ठगी करने वालों के हौंसले बुलन्द है। जिसके कारण आये दिन कबूतरबाजी की घटनाएं सामने आ रही है और मजबूर लोग इसका शिकार हो रहे है।
खटीमा मैं इशिता इंस्टिट्यूट पीलीभीत रोड मैं ऐसे सैकड़ो लोगो के केस मिओ जाएंगे। मेरा भी यही हाल हुआ है मैं बनबसा से हूँ और मेरे जैसे कई लोग विदेश के नाम पर ठगे गए है।