सिर्फ आठ माह में बदल दी वर्षों से उपेक्षित सिटी क्लब की काया
21 जुलाई को नई कार्यकारिणी के लिये होना है चुनाव
रुद्रपुर,17 जुलाइर्। कुछ करने का जज्बा हो तो मंजिल मिल ही जाती है। ऐसा ही एक उदाहरण रूद्रपुर का सिटी क्लब है जहां तमाम रूकावटों और वैचारिक मतभेदों के बावजूद भी वर्तमान पदाधिकारियों ने उसकी काया कल्प करने में कोई कसर नही छोड़ी और उसे एक आदर्श सिटी क्लब के रूप में स्थापित कर ही दिया। विदित हो कि सिटी क्लब के बोर्ड आफ डायरेक्टर के लिये जुलाई 2016 में चुनाव सम्पन्न हुआ था। बोर्ड आफ डायरेक्टर में डीएम पदेन अध्यक्ष, एसएसपी पदेन उपाध्यक्ष और तिलकराज बेहड़ नामित सदस्य के रूप में मनोनीत होत हैं। इसके अलावा अन्य आठ पदाधिकारियों के लिए चुनाव होता है। जिसे जुलाई 2016 में सम्पन्न कराया गया। रूद्रपुर सिटी क्लब के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के 8 सदस्यों के लिये हुये चुनाव में मैदान में उतरे सदस्यों ने मतदाताओं को रिझाने के लिये सिटी क्लब को आदर्श क्लब बनाने सहित तमाम वायदे किये गये। चुनाव में गुरमीत सिंह, सीए अशोक सिंघल, प्रदीप बंसल, केवल कृष्ण ईशपुजानी, नीरज बत्र, शिव कुमार बंसल, मंदीप गुगलानी और राजेश चावला बतौर सदस्य विजयी हुए थे। क्षेत्र के वरिष्ठ चाटर्ड एकाउन्टेन्ट और समाज सेवी अशोक सिंघल इस चुनाव में सबसे अधिक मतों से विजयी हुये जबकि दूसरे नम्बर पर अधिक मतों से विजयी होने वालों में देवभूमि व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष गुरमीत सिंह थे। मतदान में सिटी क्लब के 500 सदस्य में से 443 लोगों ने भाग लिया। विजयी हुये इन सदस्यों में से उपाध्यक्ष,सचिव, कोषाध्यक्ष और उपसचिव का चुनाव हुआ। लेकिन इन पदाधिकारियों के लिये हुये चुनाव नियम विरूद्ध होने का आरोप लगाते हुये 3-4 सदस्यों ने बहिष्कार कर दिया। सिटी क्लब के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के लिये चुने गये पदाधिकारी चुनाव के बाद 15 माह तक कार्यकाल काफी निराशजनक रहा। पदाधिकारियों ने सिटी क्लब के जीर्णोद्धार के लिये कोई रूचि नही दिखाई। अपने सदस्यों के किये गये वायदों पर पदाधिकारी खरे नही उतरे। उनका अक्सर अन्य सदस्यों से विचारों का टकराव बना रहता था। 15 माह तक सिटी क्लब की दुर्दशा न सुधरने पर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के कुछ सदस्य प्रशासन के पास पहुंच गये और मामला उच्च न्यायालय तक जा पहुंचा। उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद उच्च न्यायालय के आब्जर्बर की उपस्थिति में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की कार्यकारणी के लिये अक्टूबर 2017 में पुनः चुनाव कराया गया। जिनमें गुरमीत सिंह उपाध्यक्ष, सीए अशोक सिंघल सचिव, प्रदीप बंसल कोषाध्यक्ष और केवल कृष्ण ईशपुजानी उपसचिव चुने गये। चुनाव के बाद विजयी प्रत्याशियों ने मानों सिटी क्लब के जीर्णोद्धार का बीड़ा उठा लिया और आठ माह में ही सिटी क्लब में तमाम कार्य करा डाले। उन्होंने कम्युनिटी हाल के किचन का सौंदर्यीकरण कराया, क्लब भवन में डाइनिंग हॉल और किटी पार्टी हाल का कायाकल्प किया। इसके अलावा बेहतरीन साज सज्जा के साथ फर्नीचर की व्यवस्था की। बार का नवीनीकरण किया गया तथा दीवारों का भी सौंदर्यीकरण कराया गया। सिटी क्लब में पारिवारिक माहौल के लिए निरन्तर प्रयास किये गये। इस क्रम में बच्चों के लिए झूले व एक्टिविटी रूम का भी नवीनीकरण किया गया। सिटी क्लब के परिसर स्थल पर एक स्टेज का भी निर्माण कराया गया। नव वर्ष की पूर्व संध्या पर 31 दिसम्बर 2017 को सिटी क्लब ने पहली बार सदस्य परिवारों के लिए रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें लगभग 700-750 लोग शामिल हुये। 26 जनवरी 2018 को 70 फिट ऊंचे राष्ट्र ध्वज को भी सिटी क्लब में फहराया गया। जिस सिटी क्लब में खाना बनाने और परोसने के लिए बर्तनों का अभाव था उसको ध्यान में रखते हुए उच्च क्वालिटी के बर्तनों की भी व्यवस्था की गयी। यही नहीं, लॉन और गमले पार्किंग की भी व्यवस्था सुचारू की गयी। रिसेप्शन एरिया एवं लॉबी एरिया का सौंदर्यीकरण भी कराया गया। सिटी क्लब के पदाधिकारियों ने कैंसर पीड़ित रोगियों के लिए कैम्प भी लगवाया और सैकड़ों लोगों ने इसका लाभ उठाया। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि 8 माह के पुनः चुने गये सिटी क्लब के निदेशक मंडल ने क्लब के सौंदर्यीकरण के लिए जो बीड़ा उठाया है,उसके चलते आने वाले समय में सिटी क्लब रूद्रपुर के लिए एक धरोहर साबित होगा। वर्तमान बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की कार्यकारिणी का कार्यकाल पूर्ण हो चुका है। नई कार्यकारिणी के लिये 21 जुलाई को चुनाव होने है। इसके लिये कई सदस्य चुनाव मैदान में उतर चुके है जिनमें कुछ पुराने है तो कुछ नये। इनको चुनने का अधिकारी सिटी क्लब के सदस्यों के पास है। सभी सदस्यों को चाहिये कि वह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ऐसे सदस्य को वोट दे जो आपके सिटी क्लब को बेमिसाल बना सके और आपके सिटी क्लब की चर्चा क्षेत्र में ही नही बड़े-बड़े शहरों में होने लगे।