देश को जल समृद्ध बनाना जरूरीः शेखावत
नैनीताल (उद संवाददाता)। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है नया भारत बनाने की प्रधानमंत्री मोदी की सोच को पूरा करने के लिए देश को जल समृद्ध बनाना जरूरी है। पर्वतीय राज्यों में जलवायु परिवर्तन के खतरों के बीच जल संसाधनों को पुनर्जीवित करना बड़ी चुनौती है। नदी, नाले, गाड़ गधेरों को पुनर्जीवित करने के लिए हर स्तर पर प्रयास करने होंगे। देश के 15 करोड़ घरों तक पेयजल पहुंचाने के लिए साढ़े तीन लाख करोड़ खर्च किया जाएगा। पांच साल के भीतर राज्यों के साथ मिलकर लक्ष्य से अधिक व समय से पहले योजना पूरी करने की नई परंपरा विकसित की जा रही है। यह बातें केन्द्री मंत्री ने नैनीताल उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर कहीं। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने कहा कि खुले में शौच की प्रथा बंद होने व शौचालय निर्माण से देश में महिला अपराध, बीमारियां, वातावरण में गंदगी कम हुई। पानी के स्रोतों के प्रति जुड़ाव समाप्त होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि हमें कस्टोडियन की तरह जलस्रोत की रक्षा करनी होगी। पहाड़ का पानी, पहाड़ की जवानी, पहाड़ के काम नहीं आती, यह सोच बदलनी होगी। यह काम सिर्फ सरकार के भरोसे सम्भव नहीं है। पेयजल योजना के टिकाऊ व बेहतर प्रबंधन पर भी जोर दिया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार हर घर को शुद्ध जल उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आगामी 16 जुलाई को हरेला पर पूरे प्रदेश में व्यापक पौधरोपण किया जाएगा। हरेला पर सार्वजनिक अवकाश की भी मुख्यमंत्री ने घोषणा की। उन्होंने कोसी व देहरादून में रिस्पना नदी पुनर्जीवित करने के अभियान की जानकारी भी दी। इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। सचिव मुख्यमंत्री व निदेशक एटीआई राजीव रौतेला ने मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री समेत अन्य प्रतिभागियों का स्वागत किया। इस अवसर पर विधायक संजीव आर्य,भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव पेयजल भरत लाल, उत्तराखंड के पेयजल सचिव अरविंद ह्यांकी, रूपा मिश्रा, उपसचिव रंजीता, स्वजल निदेशक उदयराज, राजशेखर, एटीआई संयुक्त निदेशक नवनीत पांडेय, रेखा कोहली, पूनम पाठक, वीके सिंह, गीता कांडपाल, डॉ ओमप्रकाश, मंजू पांडेय आदि मौजूद रहे। संचालन दिनेश महतोलिया ने किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रेस वार्ता में कहा कि कांग्रेस लालटेन से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को तलाश रही थी, वह मिल गए।