युवतियां भी स्मैक के नशे की चपेट में
हल्द्वानी (उद संवाददाता)। पुलिस की जांच में आया है कि कई युवतियां भी स्मैक जैसे नशे की चपेट में आ गई हैं। पुलिस का यह भी मानना है कि पिछले एक साल में महिला तस्करों की संख्या बढ़ी है। पुलिस तस्करी के आरोप में नौ युवतियों और महिलाओं को जेल भेज चुकी है। राजपुरा, दमुवाढूंगा, बैेजली लाज, हीरानगर की कुछ लड़कियां स्मैक का सेवन कर रही हैं। हीरानगर की एक लड़की ने परिवार के लोगों के साथ रहने से इंकार कर दिया था। पुलिस ने उसे नारी संरक्षण गृह भेज दिया। गोरापड़ाव में हुए मर्डर के बाद जांच के दौरान पुलिस ने नशा करने वाली 25 से अधिक लड़कियों को चिन्हित किया था लेकिन काउंसलिंग के बाद उनको छोड़ दिया। पिछले सप्ताह काठगोदाम पुलिस ने दमुवाढूंगा की दो युवतियों को स्मैक के साथ पकड़ा था। यह युवतियां 20 और 21 साल की थीं और स्मैक का सेवन करती हैं। स्मैक खरीदने के लिए वह खुद बिलासपुर जाती हैं। पुलिस रिकार्ड के अनुसार पुलिस ने 2019 में एनडीपीएस के 187 मुकदमे दर्ज 203 आरोपियों को गिरफ्तार किया। 2018 में पुलिस ने 63 मुकदमे दर्ज कर 81 लोगों को गिरफ्तार किया। एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस ने कई नशेड़ियों को पकड़कर काउंसलिंग कराई लेकिन नशेड़ियों की संख्या कम नहीं हो रही है। बनभूलपुरा पुलिस ने स्मैक तस्करी के आरोप में एक साल में छह महिलाओं को जेल भेजा। इनमें दो महिलाएं नई बस्ती इंदिरानगर, दो जवाहर नगर और दो टनकपुर रोड गौला गेट की रहने वाली हैं। बनभूलपुरा थानाध्यक्ष सुशील कुमार का कहना है कि गिरफ्तार महिलाओं में दो महिलाओं के पति भी स्मैक बेचने में सहयोग करते हैं। तीन महिलाएं जमानत पर छूटकर आई हैं तीनों पुलिस के टारगेट पर हैं।