रावतों का मिलन लिखने जा रहा है राजनीति का नया अध्याय

सीएम त्रिवेंद्र दिल्ली तलब

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– निर्भय-
हल्द्वानी। आजकल उत्तराखंड में धुरविरोधी रहे रावतों का मिलन कांग्रेस में चर्चाओं का विषय बना हुआ है जो कांग्रेस- भाजपाईयों के गले भी नहीं उतर पा रहा है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरीश रावत द्वारा दी गई आमपार्टी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का आम का जायका लेना भाजपाईयों के गले नहीं उतर पाया। कई भाजपाई तो इससे काफी खिन्न नजर आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर विगत दिनों पिछले माह हल्द्वानी में स्वामी हरि चैतन्यपुरी महाराज के प्रकाट्योत्सव के अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री बची सिंह रावत व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का मिलन भी उस समय चर्चाओं का विषय रहा था। क्योंकि अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र में पांच बार पूर्व केंद्रीय मंत्री बची सिंह रावत के सामने हार का जायका लेने वाले हरीश रावत जब महाराज जी के प्रकाट्योत्सव में मिले तो दोनों ने गले मिलकर एक दूसरे का अभिवादन किया और काफी देर तक हंस कर व मुस्कराकर बतियाते रहे। बाद में दोनों ने महाराज जी के प्रकाट्योत्सव पर आयोजित आरती भी की। जो चर्चा का विषय बना रहा। अब विगत दिवस देहरादून में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा आम की पार्टी देकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को आमंत्रित करना व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा पार्टी में पहुंचकर जमकर आम के जायके का मजा लेना चर्चा का विषय बन गया है। लोगों का कहना है कि जिस प्रकार रावतों का मिलन हो रहा है, यह राजनीति में नया अध्याय लिखने जा रहा है। लोगों का कहना है कि ऐसा लगता है कि जिस तरह पूर्व में कई विधायकों ने जिस तरह कांग्रेस का पल्ला छोड़कर भाजपा का दामन थामा उस तरह पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी अतिशीघ्र लोकसभा चुनाव से पूर्व भाजपा का दामन थाम सकते हैं। हरीश रावत को नैनीताल लोकसभा व हरिद्वार लोकसभा के उम्मीदवार के रूप में भी देखा जा रहा है। कई लोग कहते हैं कि जिस तरह का माहौल उत्तराखंड में चल रहा है उससे कई भाजपाई मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के पीछे पड़े हैं। इसलिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत हरीश रावत द्वारा आयोजित आम पार्टी में जाकर उन लोगों की बोलती बंद करना चाहते हैं। इसलिए वह इस कार्यक्रम में गए थे। जिस तरह कई भाजपाई आजकल परदे के पीछे रहकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की आलोचना कर रहे हैं वह उन आलोचकों का मुंह बंद करने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों में जा रहे हैं। इस संबंध में देहरादून में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने वाले के संग हमसे ही-ही नहीं हो सकती। यह सब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ही कर सकते हैं। वहीं कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पार्टी में जाना नागवार गुजरा। उनका कहना है कि उन्हें बुलाया होता तो वह नहीं जाते। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि आम पार्टी में आम चूसने वाले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत निश्चित न हों कि कांग्रेस उनका विरोध नहीं करेगी। दो दिन बाद रूड़की में किसानों को लेकर कांग्रेस का बड़ा कार्यक्रम आयोजित होगा। बहरहाल देखना यह है कि रावतों का मिलन उत्तराखंड की राजनीति में क्या नया इतिहास लिखेगा। यह सब भविष्य के गर्भ में है लेकिन आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ही कुछ नया होने के संकेत यह रावतों का मिलन दे रहा है।
सीएम त्रिवेंद्र दिल्ली तलब
देहरादून। कांग्रेस नेताओं से नजदीकियां बढ़ाने को लेकर सुर्खियों में आये सीएम त्रिवेंद्र रावत को भाजपाई हाईकमान ने दिल्ली तलब किया है। सूत्र बताते हैं कि हाईकमान के बुलावे पर सीएम त्रिवेंद्र रावत आज दिल्ली रवाना हो गये हैं। जहां वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे।

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