2022 तक देश से जातिवाद, संप्रदायवाद, आतंकवाद और नक्सलवाद खत्म होगा: भाजपा
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पेश हुआ विजन 2022
नई दिल्ली।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आज दूसरा दिन है। रविवार की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जिसमें कहा गया है कि 2022 तक देश से जातिवाद, संप्रदायवाद, आतंकवाद और नक्सलवाद ऽत्म होगा। प्रस्ताव के मुताबिक केंद्र सरकार भ्रष्टाचारियों के िऽलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है और इसकी वजह से उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ रहा है। भाजपा के प्रस्ताव के मुताबिक कार्यकारिणी में एनआरसी के मुद्दे पर भी चर्चा हुई जिसमें कहा गया कि घुसपैठियों के लिए देश में कोई जगह नहीं है। अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के सिऽ, बौद्ध, क्रिश्चियन, हिंदू शरणार्थी अगर देश में आते हैं तो उनकी मदद की जाएगी। बैठक में कहा गया कि 2014 से भाजपा ने 15 राज्यों में चुनाव जीते हैं और 20 राज्य में सरकार में है। विपक्ष 10 राज्यों में है और कांग्रेस सिर्फ 3 राज्यो में सिमट के राह गई है। इसलिए सत्ता पाने के लिए विपक्ष परेशान है और महागठबंधन जैसा विकल्प ढूंढ रहा है। विपक्ष के पास मोदी जैसा कोई नेता नहीं। विपक्ष का एक मात्र लक्ष्य मोदी रोको। इसलिए विपक्ष अनैतिक गठबंधन की बात कर रहा है। बैठक में कहा गया कि चार वर्ष पहले एक कमजोर अपारदर्शी और पूर्णतः पूंजीवादी अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी। हमारी सरकार ने इसमें मूलभूत सुधार किए और कड़े कदम उठाए। नोटबंदी, जीएसटी ने अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व सुधार किए हैं। पार्टी का कहना है कि थोड़ी सी परेशानियों के बाद अर्थव्यवस्था अब तेजी से बढ़ रही है। जीडीपी में बढ़ोतरी इसका उदाहरण है।भाजपा ने कहा कि एनआरसी देश की सुरक्षा के लिए महान कार्य हुआ है। भारत आने वाले अल्पसंख्यक शरणार्थियों के हितों की रक्षा के लिए भी कदम उठाएंगे। लेकिन रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर करेंगे। जम्मू कश्मीर में कड़े कदम उठाने की वजह से आतंकवाद कम हुआ है। बता दें कि शनिवार से भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक शुरू हुई थी। पहले दिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव आसानी से जीतने का फॉर्मूला बताया। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत भाजपा के अन्य दिग्गज नेता शामिल रहे।