देवभूमि में अब ‘मुर्दाघर’ तक सुरक्षित नहीं : उत्तराखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की मोर्चरी के आठ एसी कंप्रेसर ले उड़े चोर

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अस्पताल के सुरक्षा गार्ड्स एवं तैनात पुलिस जवानों तक को नहीं लगी भनक
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थित प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय दून अस्पताल में चोरों ने सुरक्षा गार्ड एवं पुलिस जवानों की मौजूदगी के बावजूद अस्पताल के मुर्दाघर से एसी कंप्रेसर पार कर, दून अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है। अस्पताल की मोर्चरी से एसी कंप्रेसर चोरी का यह हैरान कर देने वाला मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। बताना होगा कि चाक चौबंद व्यवस्था के लिए जाने जाने वाले दून अस्पताल से चोर एक नहीं बल्कि, आठ कंप्रेसर उखाड़ कर रफूचक्कर हो गए, लेकिन किसी को कानों कान खबर नहीं हुई। दून अस्पताल में चोरी का ये कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि इससे पहले भी चोर पानी की टैप जैसी चीजें चुराकर ले जा चुके है।शहर के बीचों बीच सरकारी अस्पताल में चोरी से जहां अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई है, वहीं पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी एक सवाल खड़ा हो रहा है। क्योंकि, जहां से एसी के कंप्रेसर चुराए गए हैं, वो मोर्चरी के पीछे का इलाका है कंप्रेसर हैं। हैरानी की बात ये है कि घटनास्थल से महज कुछ ही दूरी पर पुलिस के जवान भी तैनात रहते हैं। जिन्हें इस घटना की भनक तक नहीं लगी। इस तरह की घटनाओं से पुलिस की कार्यशैली भी कटघरे में है। इस पूरे मामले पर प्रकाश डालते हुए राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रविंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि यह मामला सोमवार की देर रात का है। अस्पताल की मोर्चरी में टेंपरेचर मेंटेन करने के लिए एसी यानी एयर कंडीशनर लगाए हैं। इन एयर कंडीशनर के आठ एसी कंप्रेसर मोर्चरी के पीछे रखे हुए थे। जो कि चोरी हो गए हैं। उनके अनुसार कंप्रेसर जिस तरफ रखे हुए हैं, वो अस्पताल का डेड एंड इलाका है। इस तरफ कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ है। हालांकि, आगे की तरफ का पूरा क्षेत्र सीसीटीवी कवरेज में है। पूरे मामले में उनकी ओर से पुलिस में शिकायत कर दी गई है। पुलिस भी अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे जो कि उस एरिया में आते हैं, उनकी पड़ताल कर रही है।उन्होंने आगे बताया कि अस्पताल में सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही सुरक्षा गार्ड भी तैनात किए गए हैं, लेकिन यह क्षेत्र मोर्चरी केपीछे वाले इलाके में आता है। इसलिए यहां पर ज्यादा आवाजाही नहीं होती है और ना ही कोई ज्यादा ध्यान देता
है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी अब सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

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