सदन की कार्यवाही ‘देसी-पहाड़ी’ बहस में उलझ गई ! : चौतरफा विरोध के बाद प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने बयान पर खेद प्रकट किया

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विपक्ष के विधायकों ने संसदीय कार्य मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोला,जमकर हुआ हंगामा 
देहरादून (उद संवाददाता)। विधानसभा सत्र के दौरान शनिवार को देसी और पहाड़ी के मुद्दें पर जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष के विधायकों ने संसदीय कार्य मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दरअसल, शुक्रवार को सत्र के दौरान पहाड़ में नक्शा पास कराने में हो रही दिक्कतों के सवाल का संसदीय व विभागीय मंत्री जवाब दे रहे थे। इसी दौरान कांग्रेस विधायक बिष्ट ने टिप्पणी कर दी। इस बात पर मंत्री बिफर गए। वह इस कदर नाराज हो गए कि उन्होंने विपक्षी विधायक पर पहाड़ व मैदान के नाम पर उत्तराखंड को बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया। कहा, विपक्ष के विधायक पहाड़ मैदान की बात कर उत्तराखंड को कहां ले जाना चाहते हैं। बात को पहाड़ी व देसी पर ले जाया जा रहा है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उत्तराखंड से कौन है, कोई राजस्थान से और कोई मध्यप्रदेश आया। इस हंगामे से नाराज विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा, सत्तापक्ष व विपक्ष इस तरह का व्यवहार कर रहा है, जैसे चौराहे पर हैं। हम सब उत्तराखंड के लोग हैं। पहाड़ व देसी नहीं है। उत्तराखंड की लड़ाई हम सबने लड़ी है। बार-बार बोलने के बाद भी सदन में इस तरह की टिप्पणी की जा रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले को लेकर शनिवार को सदन में फिर हंगामा हुआ। विपक्ष के विधायकों ने मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई करने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अगर संसदीय कार्य मंत्री प्रदेश की जनता से माफी मांग लेंगे तो जनता उन्हें माफ कर देगी। संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि मैंने सदन में ही अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया था। पहाड़ मैदान की बात को लेकर सदन में हंगामे पर विधानसभा अध्यक्ष भड़क गईं। उन्होंने विपक्षी सदस्यों को फटकार लगाई।कांग्रेस के एक विधायक ने सदन में कागज फाड़ दिया। इसके बाद उन्होंने सदन से वॉकआउट कर दिया। वहीं निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने मांग की कि संसदीय कार्य मंत्री माफी मांगें। उत्तराखंड विधानसभा में ‘देसी-पहाड़ी’ का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। इस मुद्दे पर विधानसभा सत्र की कार्यवाही के दौरान मामला गरमा गया। दरअसल, विधानसभा में वित्त मंत्री किसी सवाल का जवाब दे रहे थे, तभी विपक्ष की ओर से ‘पहाड़ी’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर तंज कसा गया। जिसके बाद मंत्री का पारा चढ़ गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह टिप्पणी कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट की ओर से आई थी। इसके बाद सदन की कार्यवाही ‘देसी-पहाड़ी’ बहस में उलझ गई। विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ‘देसी-पहाड़ी’ के सवाल सदन में उठाए जाने पर विपक्ष को निशाने पर ले लिया। मंत्री ने कहा कि उन्हे अग्रवाल होने के नाते टारगेट किया जाता है। उत्तराखंड बजट सत्र का आज पांचवां दिन है। कल भू कानून समेत दस विधेयक पारित हुए थे। आज बजट पारित होगा।
हम सभी उत्तराखंड के हैं और उत्तराखंड हमारा है
देहरादून। सदन के भीतर दिए गए बयान पर वित्त मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने खेद प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड में रह रहे सभी लोग उनके परिवार हैं। परिवार के लोगों के समक्ष अनजाने में कही गई बात के लिए खेद प्रकट करने में उन्हें संकोच नहीं है। सदन के भीतर उनके द्वारा कही गई बात को तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है। मैंने कहा था कि सारे उत्तराखंड में देश के सभी हिस्सों के लोग रहते हैं। हम सभी उत्तराखंड के हैं और उत्तराखंड हमारा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड हमारे हृदय में समाया है। मैंने सारे उत्तराखंड की बात की थी। मेरे बयान  में सारे शब्द को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेरी बात से कई लोगों की भावनाएं आहत हो गई हैं, ऐसा मुझे महसूस हो रहा है।

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