योगी आदित्यनाथ बोले, भारत का मुकुटमणि है उत्तराखंड: पलायन रोकने के लिए कृषि और पशुपालन कार्य करने का आह्वान
देहरादून। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के गांवों से पलायन रोकने के लिए कृषि और पशुपालन पर जोर दिया। कहा कि स्थानीय संसाधनों के बेहतर उपयोग और कृषि व पशुपालन को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भरता प्राप्त की जा सकती है, जिससे पलायन को रोका जा सकेगा। उन्होंने प्रदेश को नशामुक्त बनाने और इसे देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में कार्य करने का आयोगी आदित्यनाथ बोले, भारत का मुकुटमणि है उत्तराखंड: पलायन रोकने के लिए कृषि और पशुपालन कार्य करने का आह्वान लोगों से किया। मुख्यमंत्री योगी बृहस्पतिवार को महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय विथ्याणी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। वह यमकेश्वर ब्लॉक अंतर्गत अपने पैतृक गांव पंचूर में तीन दिवसीय भ्रमण पर पहुंचे हैं। पहले दिन उन्होंने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय विथ्याणी में ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ महाराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। उसके बाद उन्होंने आनंद सिंह बिष्ट स्मृति पार्क में 100 फीट ऊंचे तिरंगे और दो दिवसीय किसान मिले का उद्घाटन किया। उन्होंने विद्यालय की गोरक्ष पत्रिका का विमोचन भी किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, विधायक रेनू बिष्ट, गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर के कुलपति मनमोहन सिंह चौहान, राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान केंद्र करनाल के निदेशक धीर सिंह, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा एके उनियाल, सचिव विपिन रावत आदि मौजूद रहे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ और पूज्यनीय पिता आनंद सिंह बिष्ट ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय विथ्याणी की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने भारत में खाद्यान्न संकट की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय ने हरित क्रांति की शुरुआत कर देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में अहम योगदान दिया था। वर्तमान में भारत की जनसंख्या लगभग 140 करोड़ है, जिसमें 80 करोड़ लोगों को सरकार पिछले पांच वर्षों से मुफ्रत राशन उपलब्ध करा रही है। योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड में डेयरी और पशुपालन की अपार संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा कि बकरी का दूध अत्यधिक गुणकारी होता है और कई रोगों के उपचार में सहायक है। मेले के माध्यम से स्थानीय लोगों को बकरी व कुक्कुट वितरण किया जा रहा है। उन्होंने उत्तराखंड को भारत का मुकुटमणि बताते हुए कहा कि यह राज्य राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात भी की।