बोफोर्स पर झूठ बोला, राफेल सौदा छुपाया : मनीष तिवारी
राफेल घोटाले की जेपीसी से जांच को लेकर कांग्रेस करेगी पुरजोर मांग
देहरादून 31 अगस्त। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा है कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने भारत को नष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार देश का साम्प्रदायिक सौहार्द, अर्थव्यवस्था, आंतरिक सुरक्षा, कूटनीति और संघीय ढांचे को संभालने में पूरी तरह विफल रही है। रराफेल का चयन भी यूपीए ने ग्लोबल टेंडरिंग के जरिये किया था। प्राइज निगोसियेशन कमेटी के जरिये कीमतों को कम करने की हरसंभव कोशिश की जा रही थी, लेकिन इसी बीच केंद्र में भाजपा की सरकार आ गयी। तिवारी ने कहा कि अंतिम समय में यह तय होना रह गया था कि एचएएल को जहाज बनने में कितना समय लगेगा और देश में बनने वाले जहाज की कीमत कितनी होगी। उन्होंने कहा कि वायुसेना के 43 स्क्वाडर्न की जरूरतों के हिसाब से 126 जहाजों का सौदा हो रहा था, लेकिन अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री ने फ्रांस जाकर 36 जहाज खरीदने का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि डसाऊ कंपनी की बेवसाइट पर पता चला कि एक जहाज की कीमत 1690 करोड़ हो गयी है। आखिर जहाज के दामों में इतना अंतर कैसे आ गया। उन्होंने सवाल दागा कि बढ़े हुए दामों से साफ है कि सौदे में 41000 करोड़ का घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की अपनी मांग पर अडिग है। यदि सरकार ने इस सौदे में पारदर्शिता के साथ काम किया है तो सरकार को जेपीसी से जांच कराने में घबराहट नहीं होनी चाहिए। उन्होंने राफेल मामले में वित्त मंत्री अरुण जेतली की पत्रकार वार्ता पर भी सवाल उठाये और कहा कि जब उन्हें नोटबंदी के बाद आरबीआई की रिपोर्ट पर बोलना चाहिए था, तब राफेल पर बोलने के लिए सामने आये। वह भी सिर्फ यह बोल पाये कि वर्तमान राफेल यूपीए सरकार के राफेल से भिन्न है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी ने टूजी पर जेपीसी की मांग की और हमारी सरकार ने तुरंत माना। बोफोर्स सौदे से संबंधित एक सवाल पर उन्होंने कहा कि बोफोर्स पूरी तरह झूठ था, लेकिन राफेल पूरा सच है। ाफेल डील की जेपीसी से जांच की मांग दोहराते हुए उन्होंने कहा कि सरकार सही है तो जांच से क्यों घबरा रही है। कांग्रेस मुख्यालय में एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि देशभर में सांप्रदायिक सौहार्द के परखचे उड़ गये हैं। अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गयी है और कूटनीति में अलग-थलग पड़ गये हैं। देश की सुरक्षा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे के लिए यूपीए की सरकार ने 126 जहाज खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी। जिसमें फ्रांस की डसाऊ कंपनी से बात अंतिम चरण में थी। इसमें 18 जहाज कंपनी से खरीदने की बात हुई थी जबकि 108 विमान भारत में ही तैयार किये जाने थे। राफेल मामले में मानहानि के नोटिस पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस गीदड़भभकियों से नहीं डरती और इस मामले की सचाई देश के सामने लाकर रहेगी। एक अन्य सवाल के जवाब में तिवारी ने कहा कि आने वाले दिनों में कई पार्टियां एनडीए के खिलाफ खड़ी होंगी। पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश, पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, पूर्व विधायक अनुसूया प्रसाद मैखुरी, राजकुमार, विजयपाल सजवाण, सूर्यकांत धस्माना, लालचंद शर्मा, संजय किशोर सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता मौजूद थे।