केदारनाथ सीट पर कुलदीप की दोवेदारी से भाजपा बेचैन,कांग्रेस प्रत्याशी के नाम पर दिल्ली में होगा मंथन
एक निर्दलीय ने लिया नामांकन पत्र, जल्द हो सकता है भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों का ऐलान
देहरादून/रूद्रप्रयाग(उद ब्यूरो)। आगामी 20 नवंबर को होने वाले केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया के तहत दूसरे दिन एक निर्दलीय प्रत्याशी ने नामांकन प्रपत्र लिया। दो दिनों में तीन नामांकन प्रपत्रों की बिक्री हो चुकी है। राष्ट्रीय दलों ने अभी अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। इस सीट पर लोस चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हो चुके कुलदीप उपचुनाव में टिकट न मिलने पर बड़ा कदम उठा सकते हैं। वहीं उत्तराखंड कांग्रेस की अहम बैठक दिल्ली में होने जा रही है। इस बैठक को केदारनाथ उपचुनाव के बीच बेहद ही अहम माना जा रहा है। इस वर्ष 9 जुलाई को विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद से केदारनाथ विस सीट खाली हो रखी है। 15 अक्तूबर को भारत निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव की अधिसूचना जारी की है, जिसके बाद इन दिनों नामांकन प्रक्रिया जारी है। 29 अक्तूबर तक नामांकन प्रक्रिया जारी रहेगी और आगामी 4 नवंबर को नाम वापस लेने के बाद प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी की जाएगी। रिटर्निंग ऑफीसर व उप जिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि केदारनाथ विस उप चुनाव के लिए बुधवार को निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान ने नामांकन प्रपत्र खरीदा है। वहीं मंगलवार को डॉ. आशुतोष भंडारी और रमेश नौटियाल ने नामांकन प्रपत्र खरीदा था। दो दिनों में कोई भी नामांकन दाखिल नहीं हुआ है।केदारनाथ सीट से दो बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव हार चुके कुलदीप सिंह रावत के तेवरों से भाजपा में बेचौनी है। लोस चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हो चुके कुलदीप उपचुनाव में टिकट न मिलने पर बड़ा कदम उठा सकते हैं। सोशल मीडिया पर चल रहे उनके इंटरव्यू तो यही संकेत दे रहे हैं। हालांकि, वह खुलकर कुछ कहने से बच रहे हैं, लेकिन उनकी इस बात ने भाजपा के चुनावी रणनीतिकारों की चिंता बढ़ा दी कि वह अपने समर्थकों के हिसाब से निर्णय लेंगे। हालांकि, पार्टी नेतृत्व की ओर से उन्हें मनाने की कोशिशें भी हो रही हैं। खुद कुलदीप सोशल मीडिया पर कह रहे हैं कि उनसे पार्टी नेताओं ने बात की है। उन्हें राज्यमंत्री और मंत्री स्तर के पद की पेशकश तक की गई है। भाजपा ने प्रत्याशी चयन के लिए केंद्रीय संसदीय बोर्ड को जो छह नाम भेजे हैं, उनमें कुलदीप सिंह रावत का नाम भी शामिल है। लेकिन, बदरीनाथ के सबक के बाद केदारनाथ में पार्टी की नर्सरी से बाहर के चेहरे पर दांव लगाने का जोखिम पार्टी उठाएगी, इस बात की कम ही संभावना जताई जा रही है। माना जा रहा कि पार्टी ऐसे चेहरे पर दांव लगाएगी, जिसके लिए पार्टी कैडर का भरपूर समर्थन हो। कुलदीप समर्थक इसे लेकर बेहद आशंकित है। हालांकि कुलदीप टिकट को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं, लेकिन मिलने और न मिलने दोनों ही स्थितियों अगला कदम उठाने की रणनीति है। सोशल मीडिया में जिस रह से वह अपने समर्थकों की बात को तरजीह देने की बात कह रहे हैं, उसने भाजपा की पेशानी पर बल डाल दिए हैं। उत्तराखंड कांग्रेस की अहम बैठक दिल्ली में होने जा रही है। इस बैठक को केदारनाथ उपचुनाव के बीच बेहद ही अहम माना जा रहा है। बैठक में चारों पर्यवेक्षक मौजूद रहेंगे। बैठक में केदारनाथ उपचुनाव के लिए प्रत्याशी के नाम पर मुहर लग सकती है। प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा प्रदेश, अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, केदारनाथ उपचुनाव प्रभारी गणेश गोदियाल, भुवन कापड़ी, वीरेंद्र जाती और बद्रीनाथ विधायक लखपत बुटोला समेत केंद्र ओर प्रदेश के तमाम नेता मौजूद रहेंगे। बैठक में केदारनाथ में कांग्रेस की रणनीति समेत संगठन से जुड़े कई विषयों पर होगी चर्चा। इसके साथ ही प्रत्याशी के नाम पर भी मुहर लग सकती है। जिसके बाद जल्द ही उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।