हाईकोर्ट के स्थाई जज बने शरद शर्मा
नैनीताल। हाईकोर्ट एडिशनल न्यायाधीश न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा ने न्यायाधीश की शपथ ग्रहण की। चीफ जस्टिस कोर्ट में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इससे पहले रजिस्ट्रार जनरल प्रदीप पंत द्वारा विधि एवं न्याय मंत्रलय की ओर से जारी अधिसूचना व राज्यपाल की ओर से कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश को शपथ दिलाने के लिए अधिकृत करने संबंधी अधिसूचना पढ़ी। शपथग्रहण के बाद न्यायमूर्ति शर्मा साथी न्यायाधीशों से मिले। न्यायमूर्ति शरद शर्मा सिविल लाइंस इलाहाबाद के निवासी हैं। उन्हें वकालत का पेशा विरासत में िमला है। उनके पिता हर्ष नारायण शर्मा इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं जबकि उनकी माता सरला शर्मा गृहिणी हैं। 1 जनवरी 1962 को जन्मे शरद शर्मा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 1992 में एलएलबी किया। इसके बाद उन्होेंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की। वर्ष 2000 में वह नैनीताल हाईकोर्ट आये। वहां 2009 में सीनियर एडवोकेट बने। श्री शर्मा ने प्रैक्टिस के दौरान न्यायिक एकेडमी, भवाली में कई सालों तक शिक्षण कार्य भी किया। सिविल और रेवेन्यू के साथ ही आर्बीट्रेशन ब्रांच उनके पसंदीदा विषय रहे हैं। आज उनके शपथ समारोह में इस अवसर पर न्यायमूर्ति वीके बिष्ट, न्यायमूर्ति आलोक सिंह, न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया, न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह, प्रमुऽ सचिव न्याय मीना तिवारी, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश पीसी पंत, रजिस्ट्रार जनरल प्रदीप पंत, स्टिस मनोज कुमार तिवारी, रजिस्ट्रार अनुज संगल, मनोज गर्ब्याल, डीएम विनोद कुमार सुमन, महाधिवत्तफ़ा एसएन बाबुलकर, मुख्य स्थाई अधिवत्तफ़ा परेश त्रिपाठी, अपर महाधिवत्तफ़ा एमसी पांडेय, हाईकोर्ट बार एसोशिएशन अध्यक्ष ललित बेलवाल, वरिष्ठ अधिवत्तफ़ा डीके शर्मा, केएस रौतेला समेत सैकडों अधिवत्तफ़ा व जस्टिस शर्मा के परिजन मौजूद थे।