एनआईवीएच की हर क्लास में अब कैमरे से होगी निगरानी

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देहरादून। राष्ट्रीय दृष्टिबाधितार्थ संस्थान (एनआईवीएच) में छात्र-छात्राओं व प्रबंधन के बीच चल रहा गतिरोध लगभग खत्म हो गया है। संस्थान के माडर्न स्कूल में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं पिछले 11 दिन से कक्षाओं का बहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। ऐसे में प्रबंधन से मिले आश्वासन के बाद छात्र-छात्राओं ने आंदोलन स्थगित कर कक्षाओं का रूख कर लिया है।इसके बाद प्रबंधन ने भी राहत की सांस ली है। प्रबंधन का दावा है कि अब संस्थान में स्थिति सामान्य है। किसी भी तरह का गतिरोध होने पर उसका समाधान आपसी सुलह से किया जायेगा। भविष्य में निगरानी के लिए स्कूल की हर कक्षा में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। यह जानकारी मंगलवार को संस्थान में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रभारी निदेशक केवीएस राव ने दी। उन्होंने बताया कि छात्र-छात्राओं ने शैक्षणिक माहौल को ठीक करने में प्रबंधन का पूर्ण सहयोग करने का भरोसा दिया है। छात्रों की 30 सूत्री लंबित मागों का समाधान किया जा रहा है। कुछ मांगों का समाधान किया जा चुका है। छात्रों की मुख्य मांग संगीत शिक्षक सुचित नारंग को हटाने की थी, जिसको बीती 17 अगस्त को ही निलंबित किया जा चुका है। उनके खिलाफ पुलिस में भी मुकदमा दर्ज है, छात्रों की मांग पर मंत्रालय ने 23 अगस्त को पूर्व निदेशक अनुराधा डालमिया का तबादला अन्यत्र कर दिया है। आगामी 15 सितंबर तक रात्रि डयूटी में एक अंशकालिक डाक्टर की तैनाती भी की गई है ताकि छात्र-छात्राओं के स्वास्य की रूटीन जांच हो सके। 31 अगस्त से पहले बालिका छात्रावास में दो महिला गार्ड भी तैनात की जाएंगी। मेस में कार्यरत पुरु ष कर्मियों को बालिका छात्रावास में जाने पर रोक लगाई गई है। खेल का मैदान संस्थान में दूसरी जगह विकसित किया जाएगा। बच्चों को बाहरी मैदान में आने-जाने का किराया दिया जाएगा। विज्ञान और गणित के लिए उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। 31 अगस्त से पहले स्कूल परिसर में शिकायत बॉक्स भी रखा जायेगा और शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही की जायेगी। छात्रावास की काउंसलर याश्ना के अनुचित व्यवहार की शिकायत मिलने पर उसकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। महिला छात्रावास की वार्डन पूजा को चेतावनी दी गई है। छात्राओं ने शिकायत की थी कि वार्डन का रवैया तानाशाहपूर्ण है। प्रभारी निदेशक ने बताया कि माडर्न स्कूल की सभी कक्षाओं में सीसीटीवी कैमर लगाए जाएंगे ताकि कक्षा में घटित होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। हास्टल, मेस और अन्य कमरों में बिजली, पानी आदि की व्यवस्था देखने व अन्य खामियों को दुरुस्त करने वाली टीम के साथ एक लेडी वर्कर भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों, छात्रों, अभिभावकों व अधिकारियों के मध्य संवादहीनता होने के कारण मामले ने तूल पकड़ा है। इसके लिए कमेटी गंिठत की गई है ताकि संवाद बना रहे। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को पहचान पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। संस्थान परिसर से आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर निगम प्रशासन से बात की जा रही है। पत्रकार वार्ता में चिकित्सा अधिकारी डा. गीतिका माथुर भी मौजूद रहीं।

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