पेयजल लाईनों में आ रहा गटर का पानी,फ़ैल रहीं बीमारियां
अतिक्रमण ध्वस्तीकरण अभियान-- घरों में बने सीवर टैंक भी चपेट में आ गये
रुद्रपुर। करीब तीन माह से मुख्य बाजार में हाईकोर्ट के आदेश के बाद अतिक्रमण ध्वस्तीकरण अभियान चलाया जा रहा है। नगर निगम की टीम ने अब तक जेसीबी मशीन के जरिए सैकड़ों अतिक्रमण ध्वस्त कर दिये हैं। अतिक्रमण ध्वस्तीकरण की इस कार्रवाई में तमाम लोगों के घरों में बने सीवर टैंक भी चपेट में आ गये जिसके चलते सीवर टैंक का गंदा पानी अब लोगों के घरों में लगे नलों में बहना शुरू हो गया है। जिसके चलते अब नलों में बेहद विषैला पानी आ रहा है जिसके चलते अब बीमारियां फैलना शुरू हो गयी हैं और संक्रमण होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। इस दिशा में नगर निगम प्रशासन ने अब तक कोई पहल नहीं की है। नगर निगम प्रशासन सिर्फ और सिर्फ अतिक्रमण ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर रहा है लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी नगर निगम प्रशासन ने नालियों का निर्माण प्रारम्भ नहीं किया। यदि शीघ्र ही नगर निगम ने नालियों का निर्माण कर बाजार की स्थिति सुचारू नहीं की तो आने वाले दिनों में बाजार की स्थिति और भयावह हो जायेगी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम की टीम ने कड़ा रूख अपना लिया था और शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान प्रारम्भ किया था जिसकी जद में मुख्य बाजार, विधवानी मार्केट, सिब्बल सिनेमा रोड, दुर्गा मंदिर गली, पांच मंदिर रोड, बाबा लाल सिंह गुरूद्वारा रोड, अग्रवाल धर्मशाला, हरी मंदिर गली, आरआर क्वार्टर, गल्ला मंडी, पंजाबी मार्केट, मनिहारी गली समेत विभिन्न गलियाें में अतिक्रमण ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गयी। पिछले तीन माह से पूरा बाजार मलबे के ढेर में तब्दील है। नगर निगम के इस अतिक्रमण ध्वस्तीकरण कार्रवाई में दर्जनों लोगों के सीवर टैंक भी चपेट में आ गये जिनकी पाइप लाइनें टूट गयीं और अब टूटी हुई सीवर टैंक की पाइप लाइन का पानी घरों में आने वाले नलों के पेयजल पाइप से जुड़ गया है जिसके चलते घरों मे नलों में अब सीवर टैंक का पानी सम्मिलित हो गया है। ऐसे में कई घर ऐसे हैं जहां यह विषैला पानी आ रहा है। इस पानी का प्रयोग करते ही तमाम संक्रामक बीमारियां फैलनी शुरू हो गयी हैं। हालांकि नगर निगम दावा करता रहा कि शीघ्र ही नगर के सौंदर्यीकरण का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा लेकिन तीन माह बाद भी नगर निगम ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की जिससे लोगों में आक्रोश भी फैल रहा है। यदिशीघ्र ही नगर निगम प्रशासन ने शहर की नालियों के निर्माण व सौंदर्यीकरण की कार्रवाई शुरू नहीं की तो नगरवासियों के लिए स्थिति और विकट हो सकती है।