देहरादून। पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने प्रदेश के सभी जनपद प्रभारियों व परिक्षेत्रा प्रभारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश की अपराध एवं कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक ली । जिसमें श्री अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, श्री वी0 विनय कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचनाध्सुरक्षा, श्री ए0पी0 अंशुमन, पुलिस महानिरीक्षक, पीएसी, श्री अजय रौतेला, पुलिस उपमहानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्रा, श्रीमती रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एपफ0,उत्तराखण्ड, एवं समस्त जनपद प्रभारी एवं सेनानायक सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होने कहा कि आन्तरिक सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा, अपराधों की रोकथाम एवं अनावरण तथा आम जनमानस में सुरक्षा की भावना उत्पन्न करने के नजरिये से सत्यापन एक महत्वपूर्ण कार्य है। पर्वतीय जनपदों में सत्यापन एक बड़ा मुद्दा बन गया है, इस पर गम्भीरता से कार्य करें। श्री अशोक कुमार ने कहा कि साईबर क्राइम की विवेचनायें कापफी धीमी है, जिसमें सुधार की कापफी आवश्यकता है। उन्होने सभी जनपद प्रभारियों को अपराध पंजीकृत करने से न डरने एवं आपराधों की रोकथाम हेतु व्यवस्था बनाने हेतु निर्देशित किया गया। थाना, जनपद एवं राज्य स्तर पर गठित 3 संलमत एन्टी ड्रग्स टास्क पफोर्स एक आँपरेशनल यूनिट है। थानाध्यक्ष थाना क्षेत्रा में पडने वाले सभी स्कूलोंध्कॉलेजों के प्रबन्धकों से सम्पर्क कर एक-एक ड्रग विजिलेंट अधिकारी नियुक्त करायें, जिनकी मासिक बैठक भी आयोजित की जाये। एन्टी ड्रग्स टास्क पफोर्स से की सहायता हेतु एन0जी0ओ0 से भी समन्वय स्थापित किया जाये। ।ूंतमदमेे एवं म्दवितबमउमदज दोनो पर ही कार्य किया जाये। साईबर क्राइम वर्तमान में सबसे तेजी से बढ़ता अपराध है। कानून व्यवस्था स्थापित करने के नाते यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसके प्रति सजग हो जायें, इसके महत्तव को समझें। जनपद प्रभारियों को निर्देशित करते हुये उन्होने कहा कि ऐसे अपराधों को पंजीकृत किया जाए तथा ऐसे आपराधों की रोकथाम हेतु व्यवस्था बनाने हेतु निर्देशित किया गया। सोशल मीडिया पर आक्रमक सन्देशों पोस्ट करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर थाने पर बुलाया जाये जहां उनकी काउन्सलिंग कर भविष्य में ऐसी पोस्ट न करने के सम्बन्ध में उनसे बन्ध-पत्रा भरवाया जाये । समस्त जनपदों प्रभारियों को बाहर से आये हुये व्यक्तियों के सघन सत्यापन अभियान चलाये जाने हेतु भी निर्देशित किया गया।श्रीमती रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एपफ द्वारा प्रस्तुतिकरण के माध्यम से एसटीएपफ द्वारा तैयार किया गया थ्ंबम त्मबवहदपजपवद ैवजिूंतम के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। प्रोजेक्ट प्रतिबिम्ब के अनर्गत एसटीएपफ द्वारा यह ैवजिूंतम बनाया गया है जिसका सर्वर एसटीएपफ कार्यालय में स्थापित किया गया है। इस ैवजिूंतम के माध्यम से संदिग्धों,अपराधियों एवं गुमशुदा व्यक्तियों की पहचान की जा सकेगी। यह कम्पयूटर एवं मोबाइल दोनों पर कार्य करेगा। इस ैवजिूंतम में पफोटो एवं ज्मÛज के माध्यम से गैंगस्टर, पेशेवर, इनामी, भगौड़े, साईबर क्राईम अपराधियों, हिस्ट्रीशीटरों एवं वामपंथी माओवादियों की पहचान की जा सकती है।
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