संशोधित सीईए लागू करने को निजी अस्पताल बेमियादी बंद
रूद्रपुर। प्रदेश में संशोधित क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट लागू किये जाने एवं प्रदेश सरकार द्वारा आईएम के चिकित्सकों को दण्डात्मक कार्रवाई संबन्धी नोटिस भेजे जाने के खिलाफ इण्डियन मेडिकल एसोसि एशन के आहवान पर जिला मुख्यालय के समस्त निजी चिकित्सालयों, क्लीनिक व नर्सिंग होम में अनिश्चित कालीन हड़ताल आज से शुरू कर दी गयी। जिससे निजी चिकित्सालयों में उपचार कराने आये रोगियो को परेशानियों से जूझना पड़ा। आईएमए नगर शाखा सचिव डॉ. मनदीप सिंह ने बताया कि यह आंदोलन क्रमबद्ध ढंग से मरीजों के हितों को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है। उनका कहना था कि प्रान्तीय एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम आयुष्मान भारत व अटल आयुष्मान योजना को क्लीनिक, नर्सिंग होम व अस्पताल को चुनने के लिये वैकल्पिक रखा जाये। पीसीपीएनडीटी कानून का प्रशासन द्वारा दुरूपयोग एवं चिकित्सा संस्थानों का उत्पीड़न व चिकित्सकों पर की जाने वाली अनपेक्षित कार्रवाई पर रोक लगाई जाये। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी आईएमए द्वारा बंद का आयोजन किया गया था। तब सरकार द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया था कि इस संदर्भ में सकारात्म कदम उठाये जायेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यदि सरकार ने निजी चिकित्सकों का उत्पीड़न नहीं रोका तो बेमियादी हड़ताल जारी रहेगी। उनका कहना था कि प्रदेश में आईएमए एकजुट है और संघर्ष से पीछे नहीं हटेगी। इस दौरान आईएमए शाखा अध्यक्ष डॉ. अजय अग्रवाल, डॉ. एसएन गुप्ता, डॉ. वीपी जोशी, डॉ. एससी निगम, डॉ. वीके जोशी, डॉ. दीपक छाबड़ा, डॉ. नीरज पंत, डॉ. अमित मिश्रा, डॉ. स्वाती अग्रवाल, डॉ. राजीव सेतिया, डॉ. निमेश गुप्ता, डॉ. दीपक रस्तोगी, डॉ. अनिल दिक्षित, डॉ. अनुपमा फुटेला, डॉ. जसविन्दर गिल, डॉ. अशोक गुप्ता, डॉ. अजय अरोरा, डॉ. जीएस चीमा, डॉ. सुभाष निगम, डॉ. विशाल रस्तोगी, डॉ. ओपी महाजन, डॉ. अनुराग गर्ग, डॉ. अशोक गर्ग, डॉ. अतुल अग्रवाल आदि चिकित्सक मौजूद थे।