व्यापारी से 31 लाख की ठगी के दो आरोपी गिरफ्तार

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काशीपुर। पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर व्यापारी से हुई लगभग 31 लाख रुपयों की ठगी का पुलिस टीम ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को दबोचकर उनके कब्जे से 51हजार की नकदी बरामद की है। अपर पुलिस अध्ीक्षक कार्यालय में आज एएसपी राजेश भट्टð ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि धेखाध्ड़ी के मामले में मुख्य आरोपी समेत चार अभी फरार हैं जिन्हें जल्द ही दबोच लिया जाएगा। ज्ञातव्य है कि सरवर खेड़ा थाना कुंडा निवासी अग्रवाल जिंदल स्क्रैप ट्रेडर्स के प्रोपराइटर शशांक अग्रवाल पुत्र अरुण अग्रवाल से पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर 2 सितंबर से 14 सितंबर के बीच शातिर दिमाग बदमाशों ने लगभग 31 लाख रुपयों की रकम ऐंठ ली। और जमींदोज हो गए। इतनी बड़ी रकम लेने के बाद सी एन जी को कंपलसरी बता कर जब 12ः30 लाख रुपयों की और डिमांड की तो व्यापारी का माथा ठनका। उन्हें शक हो गया कि उनके साथ ठगी हो चुकी है। उन्होंने तत्काल मामले की तहरीर पुलिस को देख कर कार्यवाही किए जाने की मांग की । पुलिस ने तहरीर के आधर पर आरोपियों के विरु( मुकदमा दर्ज कर जब सर्विलांस के सहारे जांच शुरू की तो चैंकाने वाले तथ्य सामने आए। अपर पुलिस अध्ीक्षक राजेश भट्टð ने बताया कि यह मामला धेखाध्ड़ी और साइबर क्राइम का मिलाजुला प्रकरण है। मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस की दो अलग-अलग टीमों को मिर्जापुर व बिहार भेजा गया था उन्होंने बताया कि गैंग ट्रेस आउट कर लिया गया है लेकिन पूरा मामला अभी नहीं खुल सका। लाखों की धेखाध्ड़ी के इस मामले में पुलिस टीम ने वार्ड नंबर 6 निकट दुर्गा मंदिर थाना शेखपुरा जनपद शेखपुरा बिहार निवासी बिट्टðू कुमार पुत्र राजेश महतो तथा लखनपुर मवैया निकट जामा मस्जिद बगीचे वाला थाना चील्ह जनपद मिर्जापुर उत्तर प्रदेश निवासी मुजाहिदुल इस्लाम पुत्र मोहम्मद मुस्लिम को गिरफ्तार कर इनकी निशानदेही पर ठगी के 51 हजार बरामद कर लिए गए हैं। अपर पुलिस अध्ीक्षक ने बताया कि इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड प्रहलाद पुत्र अनिल है जो अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। इसके अलावा तीन और भी अभी फरार हैं। उन्होंने बताया कि पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर की गई लाखों की ठगी की रकम मुजाहिद नामक व्यक्ति के खाते में गए। बताया कि मुजाहिद लाॅकडाउन से पहले मुंबई में नौकरी करता था। लाॅकडाउन के कारण वह मिर्जापुर चला आया। यहां नौकरी की तलाश करते हुए उसे बैंक में खाता खोलने के नाम पर प्रति खाता 10 हजार मिलने लगे। उसने अलग-अलग 16 बैंकों में अपने अकाउंट खोलें और बैंक का पासबुक में एटीएम मास्टरमाइंड को स्पीड पोस्ट के जरिए भेज देता था। एसपी ने बताया कि बिहार का नवादा गांव ऐसा है जहां धेखाध्ड़ी कुटीर उद्योग के रूप में पनप रहा है। अपर पुलिस अध्ीक्षक ने बताया कि ठग गैंग के बिहार के तमाम शहरों में आॅफिस है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाश राजस्थान के एक व्यापारी से )ण दिलाने के नाम पर लाखों रुपया ठगी करने की फिराक में थे लेकिन इसी बीच इनके चेहरों से नकाब उठ गया। अपर पुलिस अध्ीक्षक ने बताया कि गैंग में शामिल रूपेश नाम का बदमाश दूसरे की आईडी पर गैंग के सदस्यों को सिम प्रोवाइड करता था। खुलासा करने वाली पुलिस टीम में उप निरीक्षक जगत सिंह शाही कांस्टेबल अवध्ेश कुमार कांस्टेबल कुलदीप सिंह व एसओजी कांस्टेबल कांडपाल शामिल रहे।

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