नई दिल्ली (उद ब्यूरो)। दुनिया के बाकी देशों की तरह भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। भारत में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिसे देखते हुए सरकार कड़े कदम उठा रही है। भारत में कोरोना से पीड़ितों की संख्या 70 पार कर गई है। कोरोना के खतरे को देखते हुए सरकार ने 15 अप्रैल तक विदेशियों का वीजा सस्पेंड कर दिया है। यानी कि इसका असर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) भी पड़ेगा, क्योंकि विदेशी खिलाड़ी वीजा सस्पेंड होने से भारत नहीं आ पाएंगे। लखनऊ में कोरोना का पहला पाॅजिटिव केस सामने आया हैं वहीं पटना में 4 संदिग्ध मामले सामने आने के बाद जांच के लिए सैंपल भेजे गये हैं। 15 अप्रैल तक विदेश से आने वालों की एंट्री रद्द। भारत सरकार ने बुधवार को दुनिया के सभी देशों के लिए जारी वीजा को रद्द कर दिया है। ये वीजा अभी 15 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दिया गया है, यानी दुनिया का कोई भी नागरिक कोरोना वायरस की वजह से भारत में नहीं आ पाएगा। कोरोना वायरस के कारण केरल हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार ने सभी जिला न्यायाधीशों को एक नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि केवल बहुत जरूरी मामलों पर विचार करें। नोटिस में कहा गया है कि गैर-जरूरी मामलों पर विचार स्थगित कर दिया जाना चाहिए।उधर कोरोना के संदिग्धों को 14 दिन तक अलग रखने के लिए आईटीबीपी ने चार और सेंटर बनाए है। आईटीबीपी ने बीटीसी, किमिन, शिवगंगई और कारेरा में सेंटर बने है। बीटीसी में 580 संदिग्धों, किमिन में 210 संदिग्धों, शिवगंगई में 300 संदिग्धों और कारेरा में 180 संदिग्धों को रखने की व्यवस्था की गई है। कोरोना के चलते भारत से इटली गए कुछ टूरिस्ट भी एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं।रोम के अंतरराष्ट्रीय हवाई अîóे पर दर्जनों भारतीय छात्र फंसे हुए हैं और भारत वापस आने की राह में हैं। एयर इंडिया की ओर से कहा गया है कि जबतक कोई भी यात्री नो-कोरोना सर्टिफिकेट नहीं दिखा पाएगा, तबतक उन्हें फ्लाइट में नहीं बैठाया जाएगा।इस बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही भारत में कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या 70 को पार कर गई है। पटना के पीएमसीएच और एनएमसीएच में कोरोना वायरस के दो-दो संदिग्ध भर्ती हुए है। इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।