चार लाख के आभूषणों सहित शातिर बदमाश दबोचा
काशीपुर। लगभग दो वर्ष पूर्व अधिवक्ता के फ्लैट में दिनदहाड़े घुसकर लाखों की सनसनीखेज चोरी करने वाले एक शातिर बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके कब्जे से लगभग चार लाख रुपए कीमत के आभूषण बरामद किए हैं। मामले का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भट्टð ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी के एक साथी को पुलिस पूर्व में ही जेल भेज चुकी है। गौरतलब है कि वर्ष 2018 कि 5 अक्टूबर को आनंद होम्स काशीपुर निवासी मयंक गुप्ता एडवोकेट पुत्र कुमुद कुमार के घर दो बदमाशों ने धावा बोलकर नकबजनी की घटना को अंजाम देते हुए लगभग ढाई लाख रुपयों की नकदी व 25 तोला सोना, चांदी के आभूषण व चांदी के सिक्के चोरी कर लिए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात चोरों के विरु( मुकदमा पंजीकृत कर जब घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से मामले की जांच शुरू की तो दो बदमाशों के चेहरे प्रकाश में आए। वर्ष 2019की 17 मई को मुरसलीन नामक एक बदमाश को गिरफ्तार कर उसकी निशान देही पर सोने के आभूषण व 2 लाख बरामद किए गए लेकिन इस दौरान रईसुद्दीन नमक दूसरा चोर पुलिस को गच्चा देकर फरार होने में सफल रहा। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्त रहीसुद्दीन को बीते 25 अगस्त को जिला कारागार हरिद्वार से वारंट बी पर काशीपुर तलब किया। 1अक्टूबर को अभियुक्त को पीसीआर लिया गया पीसीआर के दौरान उसकी निशानदेही पर चोरी गया सामान मोती काॅलोनी वाले घेर से पुलिस टीम ने बरामद किया। खुलासा करने वाली पुलिस टीम में एसआई जितेंद्र कुमार, कांस्टेबल वीरेंद्र यादव, राजू पूरी,सुभाष सिंह व सुरेंद्र सिंह शामिल रहे।
पुलिस टीम को 21 हजार का ईनाम दिया
काशीपुर। नकबजनी की सनसनी खेज घटना का आज पूरी तरह पर्दाफाश होने पर अधिवक्ता मयंक गुप्ता ने पुलिस टीम को 21 हजार की धनराशि से पुरस्कृत करते हुए मुस्तैदी की सराहना की। जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त अपर पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी हुआ करते थे। एएसपी ने बताया कि गिरफ्तार रईसुद्दीन के खिलाफ दिल्ली गाजिया बाद हापुड़ को मिलाकर 23 संगीन मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार बदमाश प्रोफेशनल क्रिमिनल है। घटना वाले दिन गिरीताल रोड स्थित ग्रीन लीफ में यह चोरी के इरादे से गए थे लेकिन जब वहां असफल हुए तो सेंट्रो में सवार होकर इन्होंने आनंद होम्स में रहने वाले मयंक गुप्ता के फ्लैट को निशाना बनाया। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनबेल्ट वाले तालो को तोड़ कर चोरी करने में रईसुद्दीन का कोई तोड़ नहीं है। बताया कि उनके पास इसके 23 मुकदमों के डोजियर हैं। अपर पुलिस अधीक्षक ने किया भी बताया कि गिरफ्तार बदमाश जब भी वारदात अंजाम देने जाते थे तो यह पूरी तरह सूट-बूट में हुआ करते थे। छप्र वेश धारण करने में उन्हें महारत हासिल थी।